श्रीनगर, 15 अप्रैल || आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए यात्रियों का पंजीकरण मंगलवार को शुरू हो गया, जिसमें तीर्थयात्री श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कर रहे हैं। देश भर में 540 से अधिक अधिकृत बैंक शाखाओं में ऑफ़लाइन पंजीकरण भी शुरू हो गए हैं।
यात्रा की तारीखों की घोषणा जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 5 मार्च को जम्मू के राजभवन में आयोजित श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की 48वीं बोर्ड बैठक के दौरान की थी।
बोर्ड ने श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं और सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए विभिन्न उपायों और हस्तक्षेपों का प्रस्ताव रखा।
38 दिवसीय तीर्थयात्रा 3 जुलाई से दो मार्गों से शुरू होने वाली है - अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर का पहलगाम मार्ग और दूसरा गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर का बालटाल मार्ग, जो छोटा लेकिन अधिक खड़ी चढ़ाई वाला है।
3 जुलाई से 9 अगस्त तक तीर्थयात्री जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में समुद्र तल से 3888 मीटर ऊपर स्थित अमरनाथ के हिमालयी गुफा मंदिर में जाएंगे।
गुफा मंदिर में बर्फ की एक संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती-बढ़ती रहती है। भक्तों का मानना है कि बर्फ की यह संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है।
ऐसा माना जाता है कि चूंकि ‘अमर कथा’ हर किसी को सुनने के लिए नहीं थी, इसलिए शिव और पार्वती इस सुदूर गुफा में आए। रास्ते में भगवान शिव ने अपने वाहन नंदी को पहलगाम में छोड़ दिया।