नई दिल्ली, 29 अप्रैल || जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने मंगलवार को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का एक्स अकाउंट ब्लॉक कर दिया। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे।
यह कार्रवाई तब की गई जब आसिफ ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि पाकिस्तान एक "वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला दुष्ट देश" है।
पिछले सप्ताह स्काई न्यूज के एक साक्षात्कारकर्ता ने आसिफ से पूछा कि क्या पाकिस्तान का "आतंकवादी संगठनों को समर्थन, प्रशिक्षण और वित्त पोषण" देने का लंबा इतिहास रहा है। उन्होंने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि ऐसा है।
साक्षात्कार में आसिफ ने कहा था, "हम लगभग तीन दशकों से संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) और ब्रिटेन सहित पश्चिम के लिए यह गंदा काम कर रहे हैं।"
उनकी टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत ने संयुक्त राष्ट्र में इस मुद्दे को उठाया। संयुक्त राष्ट्र में भारत की उप स्थायी प्रतिनिधि योजना पटेल ने इस बयान को आतंकवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान की संलिप्तता की स्पष्ट स्वीकारोक्ति बताया। आतंकवाद के पीड़ितों के लिए संयुक्त राष्ट्र के एक कार्यक्रम में बोलते हुए पटेल ने कहा, "इस खुले कबूलनामे से किसी को आश्चर्य नहीं हुआ है और यह पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले और क्षेत्र को अस्थिर करने वाले एक दुष्ट देश के रूप में उजागर करता है।"