नई दिल्ली, 10 दिसंबर || राज्यसभा में कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने मंगलवार को सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिसमें इंडिया ब्लॉक के सदस्यों ने औपचारिक रूप से उच्च सदन के महासचिव को इस आशय का प्रस्ताव सौंपा।
विपक्ष ने आरोप लगाया कि सभापति उच्च सदन की कार्यवाही बेहद पक्षपातपूर्ण तरीके से चला रहे हैं, जिससे उनके पास यह अभूतपूर्व कदम उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
कांग्रेस सदस्यों ने कहा कि राज्यसभा की कार्यवाही का इस तरह का पक्षपातपूर्ण संचालन लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करता है, जिससे भारतीय गुट की पार्टियों को सामूहिक रूप से प्रस्ताव लाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने वाले विपक्षी सांसदों ने इस कदम का सहारा लेने पर खेद व्यक्त किया लेकिन कहा कि संसदीय लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह आवश्यक था। लगभग 60 सांसदों द्वारा हस्ताक्षरित यह प्रस्ताव संविधान के अनुच्छेद 67-बी के तहत प्रस्तुत किया गया है।