श्रीनगर, 6 अक्टूबर || कांग्रेस को छोड़कर लगभग सभी राजनीतिक नेताओं ने एग्जिट पोल को खारिज कर दिया है और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने इसे "पास टाइम एक्सरसाइज" बताया है।
जम्मू-कश्मीर के सबसे वरिष्ठ राजनेता डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने स्पष्ट रूप से कहा, "मुझे इन एग्जिट पोल पर भरोसा नहीं है"। उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, “मुझे आश्चर्य है कि चैनल एग्जिट पोल से परेशान हैं, खासकर हाल के आम चुनावों की असफलता के बाद। मैं चैनलों, सोशल मीडिया, व्हाट्सएप आदि पर होने वाले सभी शोर को नजरअंदाज कर रहा हूं क्योंकि केवल आंकड़े जो मायने रखते हैं वे 8 अक्टूबर को सामने आएंगे। बाकी सब सिर्फ टाइम पास है।
राष्ट्रीय महासचिव और जम्मू-कश्मीर चुनाव के भाजपा प्रभारी तरूण चुघ ने कहा, ''नतीजे एग्जिट पोल के निष्कर्षों को झुठला देंगे।''
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नेता जुहैब मीर ने कहा, ''जहां तक हमारा सवाल है, एग्जिट पोल कोई गंभीर गतिविधि नहीं बल्कि टाइम पास गतिविधि है। पीडीपी को भरोसा है कि वह जम्मू-कश्मीर में बनने वाली धर्मनिरपेक्ष सरकार का अपरिहार्य और महत्वपूर्ण हिस्सा होगी। किसी भी धर्मनिरपेक्ष सरकार के गठन में पीडीपी की अहम भूमिका होगी. हमने कहा था कि हम कश्मीर की पहचान बचाने के लिए कोई भी कदम उठाने को तैयार हैं लेकिन इसके लिए जरूरी है कि हम एक धर्मनिरपेक्ष सरकार बनाएं, बीजेपी के खिलाफ सरकार बनाएं, उनके साथ नहीं.''