नई दिल्ली, 6 जनवरी || आईटी प्रमुख इंफोसिस ने कथित तौर पर वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में वार्षिक वेतन वृद्धि को टाल दिया है। कंपनी ने आखिरी बार नवंबर 2023 में वेतन बढ़ोतरी लागू की थी।
वेतन वृद्धि में देरी, जो आमतौर पर साल की शुरुआत में लागू होती है, यह दर्शाता है कि घरेलू आईटी क्षेत्र अभी भी अनिश्चितताओं का सामना कर रहा है।
मंदी का कारण यह बताया गया है कि ग्राहक व्यापक आर्थिक स्थितियों के कारण अपने आईटी खर्च में वृद्धि नहीं कर रहे हैं, जिसमें नए डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन के तहत संभावित टैरिफ भी शामिल है जो 20 जनवरी से काम करना शुरू कर देगा।
न केवल इंफोसिस बल्कि एचसीएल टेक, एलटीआई माइंडट्री और एलएंडटी टेक सर्विसेज जैसी कुछ अन्य बड़ी आईटी कंपनियों ने भी लागत और मुनाफे को प्रबंधित करने के लिए इस साल दूसरी तिमाही में वेतन में वृद्धि नहीं की।
इंफोसिस को लेकर मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने अपने प्री-अर्निंग नोट में कहा था कि दिसंबर तिमाही में इंफोसिस के मार्जिन में गिरावट आ सकती है।