नई दिल्ली, 11 अप्रैल || भारत में मोबाइल फोन के माध्यम से भुगतान में 2024 की दूसरी छमाही में लेनदेन की मात्रा में 41 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो 88.54 बिलियन हो गई और मूल्य में 30 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 197.69 लाख करोड़ रुपये हो गई।
वर्ल्डलाइन इंडिया की डिजिटल पेमेंट्स रिपोर्ट 2H 2024 के अनुसार, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI), मोबाइल पेमेंट्स और कार्ड्स के कारण 2024 की दूसरी छमाही में भारत के डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।
यह डिजिटल भुगतान बुनियादी ढांचे में मजबूत वृद्धि के कारण संभव हुआ। रिपोर्ट में कहा गया है कि UPI QR (क्विक रिस्पांस) कोड जिसके माध्यम से उपयोगकर्ता अपने मोबाइल फोन का उपयोग करके अपने डिजिटल लेनदेन करते हैं, दिसंबर 2024 के अंत तक 63.34 करोड़ तक पहुंच गए, जबकि इस अवधि के दौरान PoS टर्मिनलों की संख्या 23 प्रतिशत बढ़कर 10 मिलियन हो गई।
यूपीआई ने व्यक्ति-से-व्यक्ति (पी2पी) और व्यक्ति-से-व्यापारी (पी2एम) भुगतान दोनों में मजबूत वृद्धि देखी। पी2पी लेनदेन में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2023 की दूसरी छमाही में 27.04 बिलियन से बढ़कर 2024 की इसी अवधि में 35.21 बिलियन हो गई। इन लेनदेन का कुल मूल्य भी 26 प्रतिशत बढ़कर 93.84 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
पी2एम लेनदेन और भी तेजी से बढ़े, जिसमें वॉल्यूम 50 प्रतिशत बढ़कर 58.03 बिलियन हो गया और कुल मूल्य 43 प्रतिशत बढ़कर 36.35 लाख करोड़ रुपये हो गया।