नई दिल्ली, 11 अप्रैल || एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) ने वित्त वर्ष 2025 में भारी निवेश आकर्षित किया, जिसमें 14,852 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ - जो वित्त वर्ष 2024 में दर्ज 5,248 करोड़ रुपये से लगभग तीन गुना अधिक है।
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, लगातार मुद्रास्फीति और बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के बीच निवेश में तेज उछाल निवेशकों की सुरक्षित निवेश वाली संपत्तियों के प्रति बढ़ती पसंद को दर्शाता है।
एएमएफआई के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की कीमतों में तेजी और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले प्रमुख वैश्विक मुद्राओं के कमजोर होने से वित्त वर्ष के दौरान पोर्टफोलियो डायवर्सिफायर के रूप में सोने की अपील और मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2025 के लिए समग्र रुझान से पता चलता है कि सोना बाजार की अस्थिरता और व्यापक आर्थिक जोखिमों के खिलाफ एक भरोसेमंद बचाव बना हुआ है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था पर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है, ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि गोल्ड ईटीएफ विविध निवेश पोर्टफोलियो का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना रहेगा।
इस बीच, म्यूचुअल फंड उद्योग ने मार्च 2025 में समग्र रूप से मजबूत प्रदर्शन दिखाया। कुल शुद्ध प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियाँ (एयूएम) 65.74 लाख करोड़ रुपये रही, जो फरवरी में 64.53 लाख करोड़ रुपये थी।