कोलकाता, 15 अप्रैल || मंगलवार को पोइला बोइशाख यानी बंगाली नववर्ष के शुभ अवसर पर पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया।
उन्होंने उन पर पोइला बोइशाख को बांग्ला दिवस या बांग्ला दिवस के बराबर बताकर इतिहास को विकृत करने का आरोप लगाया, जो पश्चिम बंगाल के स्थापना दिवस का प्रतीक है।
उनकी यह टिप्पणी मुख्यमंत्री द्वारा अपने आधिकारिक एक्स हैंडल की दीवार पर पोस्ट किए गए एक संदेश के माध्यम से पश्चिम बंगाल के लोगों को इस अवसर पर शुभकामनाएं देने के बाद आई है।
हालांकि, उन्होंने ‘शुभो नववर्ष (हैप्पी बंगाली न्यू ईयर्स डे)’ के बजाय, “बांग्ला दिवस (बांग्ला दिवस) के इस अवसर पर” लिखा और सभी नागरिकों को शुभकामनाएं और अपने “छोटे भाइयों और बहनों” को शुभकामनाएं दीं। अपने संदेश में उन्होंने "अमी बंग्लाई गण गाई (मैं बंगाली में गाती हूँ)" गीत की पहली पंक्ति उद्धृत की और कहा, "राज्य की पारंपरिक संस्कृति का और विकास हो, तथा राज्य के लोगों के बीच भाईचारे के बंधन और मजबूत हों।" उनका संदेश इस तथ्य को देखते हुए महत्वपूर्ण है कि राज्य में वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए हैं। मुर्शिदाबाद जिले में सैकड़ों हिंदू अपने घरों से भाग गए हैं, जहाँ उनकी संपत्ति लूटी गई, जला दी गई और मंदिरों को अपवित्र किया गया। हिंसा में अब तक दो लोगों की मौत हो चुकी है।