कोलकाता, 16 अप्रैल || पश्चिम बंगाल के अल्पसंख्यक बहुल मुर्शिदाबाद में स्थिति सामान्य होने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गई है, जहां पिछले सप्ताह से ही नए-नए वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए थे। जिले के अधिकांश हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं।
इस सप्ताह की शुरुआत में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं। हालांकि, समसेरगंज में इंटरनेट सेवा का निलंबन जारी है, जो सबसे अधिक अशांत इलाका रहा था और जहां पिछले सप्ताह हिंसक प्रदर्शनकारियों ने पिता और पुत्र हरगोबिंदो दास और चंदन दास की हत्या कर दी थी।
साथ ही, जिले के अशांत इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा कुछ समय तक जारी रहेगी। हालांकि, जिला प्रशासन के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि स्थिति के आधार पर और यदि स्थिति में और सुधार देखा जाता है, तो निषेधाज्ञा को बाद में या गुरुवार को हटाया जा सकता है। जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, पिछले सप्ताह तनाव और हिंसा के बाद मुर्शिदाबाद में लगभग 500 परिवार अपने घर छोड़कर चले गए, और उनमें से, प्रशासन पिछले कुछ दिनों के दौरान 200 परिवारों की उनके घरों में वापसी सुनिश्चित करने में सक्षम रहा है।