मुंबई, 29 अप्रैल || अभिनेत्री अमृता खानविलकर ने जापान की अपनी यात्रा को "दिल को छू लेने वाला अनुभव" बताया और कहा कि उन्होंने जो भी खाना खाया, वह "एक यादगार अनुभव था।"
उनके रोमांच की शुरुआत टोक्यो की चहल-पहल भरी सड़कों से हुई, जहाँ उन्होंने स्थानीय व्यंजनों का लुत्फ़ उठाया और कई पारंपरिक जापानी व्यंजन आज़माए।
"जापान की मेरी यात्रा एक दिल को छू लेने वाला अनुभव था - संस्कृति, स्वाद और भावनाओं से भरपूर। हर कोने में अनुशासन और सफाई से लेकर गहरी जड़ें जमाए परंपराओं तक, जापान वाकई एक अलग दुनिया जैसा लगा," अमृता ने बताया।
मराठी फ़िल्मों की शीर्ष स्टार ने कहा: "हर भोजन एक यादगार अनुभव था - मुलायम पैनकेक, मिट्टी से बना माचा, कला जैसी मिठाइयाँ जो आपको कभी भारी महसूस नहीं करातीं। एक बुज़ुर्ग महिला के कोमल हाथों से किमोनो पहनना, क्योटो में चाय की चुस्की लेना, सदियों पुराने मंदिरों की खोज करना - यह सब एक सपने में कदम रखने जैसा लगा।"
अमृता ने बताया कि यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों का दौरा करना एक बहुत ही मार्मिक अनुभव था, क्योंकि हर जगह ने उनके दिल पर एक अमिट छाप छोड़ी। वह किंकाकु-जी और इत्सुकुशिमा के तैरते हुए तोरी गेट जैसे स्थलों की सुंदरता और शांति पर प्रकाश डालती हैं। अभिनेत्री ने कहा, "यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों में से हर एक की अपनी कहानी है - भव्य, शांतिपूर्ण और गहराई से जुड़ा हुआ। चाहे वह किंकाकु-जी की सुनहरी चमक हो या इत्सुकुशिमा का तैरता हुआ तोरी गेट, हर जगह ने मेरे दिल पर अपनी छाप छोड़ी।"