तिरुवनंतपुरम, 26 अप्रैल || मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की बेटी वीना विजयन और उनकी बंद हो चुकी आईटी फर्म ‘एक्सालॉजिक’ के खिलाफ आरोपों के बाद पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए उन्होंने एसएफआईओ को दिए गए अपने बयान के बारे में मीडिया में आई खबरों का खंडन किया।
उनके बयान में लिखा है, “मैंने शनिवार से मीडिया में इस खबर को व्यापक रूप से देखा है। यह सच है कि मैंने एसएफआईओ अधिकारियों के समक्ष अपना बयान दिया है, लेकिन मैंने कभी नहीं कहा कि न तो मेरी आईटी फर्म और न ही मैंने सीएमआरएल से कोई सेवा प्रदान किए बिना पैसे लिए हैं। मैं फिर से यही दोहराती हूं।”
इससे पहले, केरल उच्च न्यायालय ने विजयन, वीना और सीएमआरएल दोनों को राहत दी थी, जब पीठ ने वीना और सीएमआरएल से जुड़े वित्तीय धोखाधड़ी मामले में एसएफआईओ द्वारा दायर शिकायत पर संज्ञान लेने के ट्रायल कोर्ट के फैसले पर दो महीने के लिए यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था।
एसएफआईओ ने इस महीने की शुरुआत में वीना की अब बंद हो चुकी आईटी फर्म एक्सालॉजिक और सीएमआरएल के बीच कथित अवैध सौदे पर आरोप पत्र दाखिल किया था। जांच में पाया गया था कि वीना की फर्म को खनन मंजूरी के लिए सीएमआरएल से कथित तौर पर लगभग 2.70 करोड़ रुपये का मासिक भुगतान किया गया था। एसएफआईओ के अनुसार, ये भुगतान बिना किसी वास्तविक सेवा के किए गए थे। एसएफआईओ ने कोच्चि में एक आर्थिक अपराध अदालत में अपना आरोप पत्र दाखिल किया था और सभी आरोपियों को समन भेजने की प्रक्रिया चल रही थी, तभी उच्च न्यायालय से यह बड़ी राहत मिली।